
रुड़की:- हरिद्वार-रुड़की विकास प्राधिकरण लगातार सवालों के घेरे में हैl वीसी अंशुल सिंह की तैनाती के बाद से कुछ हद तक अवैध निर्माणो पर रोक लगी है पर रुड़की क्षेत्र मे अभी भी विभागीय अधिकारी अवैध निर्माणो पर कार्यवाही करने मे असफल नजर आ रहे है आपको बता दे कि जहां प्रदेश में नजूल की भूमि पर निर्माण पूरी तरह से प्रतिबंधित है वही हरिद्वार जनपद के रुड़की में लगातार नजूल की भूमि पर बड़े-बड़े कंपलेक्स बना दिए गए हैं यह सब किसके दम पर हुआ यह बड़ा सवाल है? क्योंकि विभाग कि मिली भगत के चलते यह काम संभव ही नहीं हो सकते, हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण के रुड़की शाखा कार्यलय के अधिकारी वीसी अंशुल सिंह के दिए गए दिशा निर्देशों मे फेल नजर आ रहे है खुलेआम बेसमेंट बना दिए जा रहे हैं लेकिन विभाग इस और कोई ध्यान नहीं दे रहा हैl इस बाबत जब विभाग के अधिकारियों पर फोन मिलाया जाता है तो वह फोन उठाने तक की जहमत नहीं उठातेl सूत्रों की माने तो कई निर्माण ऐसे है जिनका रेजिडेंशियल नक्शा पास करा कर कमर्शियल कर दिया गया है लेकिन विभाग इस पर भी चुप्पी साधे हुए हैंl आपको बता दे की भू माफिया द्वारा खेतों के अस्तित्व को खत्म करके बड़े-बड़े कॉलोनी तक काट दी गई है जिनको इन लोगों द्वारा किसी प्रकार भी डेवलप नहीं किया गया और मुंह मांगे दामों पर प्लाटों का विक्रय भी कर दिया गयाl विभाग ने इस और भी कोई ध्यान नहीं दियाl विभाग के वीसी अंशुल सिंह का साफ़ तौर पर कहना है कि किसी भी निर्माण या कॉलोनी के समक्ष उसके लेआउट की पूर्ण जानकारी अंकित करनी होगीl लेकिन भू माफिया कुछ अधिकारियों की मिली भगत के चलते उनके आदेशों को भी ठेंगा दिखाते नजर आ रहे हैंl
वही नवनियुक्त जवाइंट मजिस्ट्रेट दिवेश शाशनी ने एच आर डीए के संयुक्त सचिव का कार्यभार संभालते ही अवैध निर्माणो पर सीलिंग और धवस्तीकरण की कार्यवाही की लेकिन निचले अधिकारी आला अधिकारीयों तक मामला पहुँचने से पहले ही रफा दफा कर देते है यदि आला अधिकारी विभाग के रिकॉर्ड रूम मे दबी फ़ाइल की जांच करे तो एक बड़ा पर्दा फाश हो सकता है विभाग मे हुए भरस्टाचार का, बहरहाल अब देखना होगा कि बड़े अधिकारी इस पूरे मामले पर संज्ञान लेकर क्या कार्यवाही अमल मे लाते है…