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पिरान कलियर: नियाज़ (लंगर) बनाने को ठेका प्रथा के सुपुर्द करने वाले टेंडर को निरस्त करने और दरगाह प्रबंधक को पदमुक्त करने की मांग को लेकर पिरान कलियर दरगाह कार्यालय के बाहर चल रहे धरने को रुड़की ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के 10 दिन जांच के आश्वासन पर समाप्त कर दिया गया। धरने पर बैठे दुकानदार वापस अपने-अपने काम पर लौट गए, दो दिन बाद बाजार खुलने से रौनक फिर से लौट आई। दरअसल नौचंदी जुमेरात होने के कारण जायरीनों की भारी भीड़ पिरान कलियर पहुँची थी, लेकिन बाजार बंद होने से जायरीन परेशान थे। उधर दुकानदार और स्थानीय जनप्रतिनिधि भी अपनी मांग पर अड़े थे। धरने पर चार विधायक समेत पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने अपना समर्थन दिया थ। इसके अलावा अन्य राजनीतिक दलों से भी नेता धरनास्थल पर पहुँचे थे। ब्रस्पतिवार की देर शाम रुड़की ज्वाइंट मजिस्ट्रेट पिरान कलियर धरनास्थल पर पहुँचे और 10 दिन की जांच के बाद उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया जिसको स्वीकार करते हुए प्रदर्शनकारियों ने धरना समाप्त कर दिया। इसके बाद सभी अपने-अपने काम पर लौट गए।