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हरिद्वार:-बहादराबाद थाना क्षेत्र की चौकी शांतरशाह की रतमऊ नदी व रो नदी पतंजलि योगपीठ, भारापुर,मगरूमपुर से अवैध खनन का काला कारोबार धडल्ले से चल रहा हैं। सूरज ढलते ही खनन माफिया बेखौफ होकर पूरी रात तक रतमऊ नदी व अन्य जगहों से शाहन्तरशाह चौकी क्षेत्र में नदियों का सीना चीरते हैं। बड़े पैमाने पर खनन माफियाओ द्वारा अवैध खनन कर राजस्व विभाग को भारी नुकसान पहुंचाया जा रहा हैं। जिससे अंदाजा लगाया जा सकता हैं कि क्षेत्र में बिना किसी खौफ के खनन माफिया धल्लले से लदे वाहनों को चौकी के सामने से उड़ान भराते हैं या फिर शांतरशाह चौकी की 500 मीटर की परिधि में खनन कर लाई गई मिट्टी को ठिकाने लगाया जाता है।
जिससे खनन पर पुलिस भी लगाम लगने में जीरो साबित हो रही हैं। बीते दो दिन पूर्व शांतरशाह चौकी में 30 हजार की रिश्वत लेते हुए विजिलेंस टीम ने पीआरडी जवान पकड़ा था। जबकि चौकी में तैनात एसआई टीम को देखते ही मौके से फरार हो गया था। विजिलेंस टीम की घंटो पूछताछ में पीआरडी जवान ने चौकी में तैनात दरोगा के कहने पर पीड़ित से एफआर लगाने की रिश्वत ले रहा था। विजिलेंस टीम ने दरोगा और पीआरडी जवान के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है ओर फरार दरोगा की तलाश में लगी है जिसका अंदाजा इस से लगाया जा सकता भ्रष्टाचार किस कदर बढ़ गया हैं।
जी हां पूरा मामला बहादराबाद थाना क्षेत्र के ग्राम बढ़ेडी राजपूतान के समीप रतमऊ नदी समेत अन्य जगहों का हैं। जहां पर सूरज ढलते ही करीब एक दर्जन खनन माफियाओ का झुंड बेखौफ होकर ट्रैक्टर ट्राली से बड़े पैमाने पर अवैध खनन कर काले कारोबार से चांदी काट रहा हैं। रात्रि के समय अवैध खनन के चलते राजस्व विभाग को रोजाना लाखो रुपए का नुकसान उठाना पड़ रहा है। और साथ ही खनन माफिया का झुंड बेखौफ होकर अपने निजी स्वार्थ के कारण हरिद्वार-दिल्ली नेशनल हाईवे पर चलने वाले राहगीरों की जान को जोखिम में डालकर विपरीत दिशा से अपने वाहनों की उड़ान भरवाते हैं। जिसके कारण किसी बड़े हादसा होने की संभावनाओं से भी इंकार नहीं किया जा सकता हैं। वही अवैध
खनन की गई मिट्टी को आसपास की कॉलोनियो में ठिकाने लगाया जा रहा है। वही स्थानीय पुलिस भी इन खनन माफियाओं के खनन से लदे ट्रैक्टर ट्राली को रोकने में नाकाम दिखाई दे रही है। वही इन खनन माफियाओं के हौसले इतने बुलंद हैं कि बीते दिनों पहले इन माफियाओं ने पुलिस के ऊपर ट्रैक्टर ट्राली चढ़ाने का प्रयास किया था। जिसमे पुलिस ने करीब दस लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। और साथ खनन माफियाओं ने एक किसान के खेत की मिट्टी को उठा लिया था किसान के विरोध करने पर इन माफियाओं ने उसके साथ मारकर उसे घायल कर दिया था जिसकी शिकायत मुख्यमंत्री पोर्टल पर की गई। लेकिन एक बार फिर से ये खनन माफियाओ का झुंड सक्रिय हो गया हैं। जिसके चलते खनन माफिया बेखौफ होकर खनन के काले कारोबार को अंजाम दे रहे है। अब यह तो आने वाला वक़्त ही बतायगा कि पुलिस प्रशासन की ओर से अवैध खनन माफियाओं पर लगाम लगा पता है या नहीं