
हरिद्वार: नशा तस्करों के लिए काल बन रही हरिद्वार पुलिस लगातार नशे के धंधेबाजों को सलाखों के पीछे धकेल रही है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के “ड्रग्स फ्री देवभूमि मिशन 2025” को सार्थक करने के लिए पुलिस कप्तान प्रमेन्द्र डोबाल के कड़े निर्देश पर

जिलेभर में नशे के खिलाफ बड़ा अभियान चलाया जा रहा है, जिसके तहत आए दिन नशे के धंधेबाज पुलिस की गिरफ्त में आरहे है। इसी कड़ी में ज्वालापुर पुलिस की ताबड़तोड़ कार्रवाई से नशा तस्करों में हड़कंप मचा हुआ है। ज्वालापुर कोतवाली की पुलिस टीम ने चरस, स्मैक व देसी शराब का धंधा करने वाले 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जिनके कब्जे से चरस, स्मैक और देशी शराब के पव्वों सहित नगदी बरामद की गई है। प्रभारी निरीक्षक विजय सिंह ने बताया उपनिरीक्षक देवेंद्र तोमर ने पुलिसकर्मी के साथ मिलकर मुखबिर की सूचना पर ज्वालापुर अंबेडकर नगर से संधिरा पुत्र बाबूराम निवासी कडच्छ को 50 ग्राम चरस व इलेक्ट्रॉनिक तराजो समेत 2210 रुपये की नगदी के
साथ गिरफ्तार किया है। इसके साथ ही उपनिरीक्षक आशीष नेगी ने पुलिसकर्मियों के साथ चेकिंग के दौरान मयंक मेहता पुत्र विपिन मेहता निवासी मौहल्ला मेहतान ज्वालापुर को 6.72 ग्राम स्मैक व इलेक्ट्रॉनिक तराजू के साथ धरदबोचा है। दोनो तस्करों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करते हुए न्यायालय में पेश करने की तैयारी की जा रही है। वही दूसरी ओर पुलिसकर्मियों ने हरिलोक तिराहे से चेकिंग के दौरान 55 देसी शराब के पव्वों के साथ सुफियान उर्फ बाबू पुत्र यूनुस निवासी गली नम्बर एक पीठ
बाजार बहादराबाद को गिरफ्तार किया है। आरोपी के खिलाफ सम्बंधित धाराओं में केस दर्ज करते हुए न्यायालय में पेश किया जा रहा है। पुलिस टीम में वरिष्ठ उपनिरीक्षक संतोष सेमवाल, रेल चौकी प्रभारी देवेंद्र तोमर, बाजार चौकी प्रभारी आशीष नेगी, कांस्टेबल व्रजमोहन सिंह, हेमंत पुरोहित, अमित गौड़, रोहित कुमार व दिनेश कुमार शामिल रहे।
बंदरों ने मचाया उत्पात से ग्रामीण परेशान
हरिद्वार ग्रामीण: पथरी क्षेत्र के दर्जनों गांवों में जंगली बंदरो ने खूब उत्पात मचाया हुआ है। ग्रामीणों पर हमले से लेकर राहगीरों और किसानों की फसलों को नुकसान पहुँचा रहे है। ग्रामीणों की शिकायत पर वनविभाग की टीम ने बंदरो को पकड़ने के लिए फेरुपुर गाँव मे पिंजरे लगाए जिसमे दर्जनों बंदरो को पकड़ा गया। ग्रामीणों का कहना है कि बंदरो की बढ़ती संख्या मुसीबत का सबब बनी हुई है। बंदर उनपर हमला करते है, स्कूल जाते समय बच्चों को भी बंदरो का डर सता रहा है। वही बंदरो की मंडली घरेलू सामान कपड़े, खाने पीने व कागजात को भी उठाकर ले जा रहे है। कई बुजुर्गों पर बंदर हमला कर चुके है जिससे दहशत का माहौल बना हुआ है। ग्रामीणों ने बताया बंदरो का झुंड
उनकी फसलों को भी बर्बाद कर रहा है। फेरुपुर प्रधान मीनू सैनी व नसीरपुर कला की प्रधान गुलनाज का कहना है कि बंदरो के आतंक से ग्रामीण भय का जीवन बिताने को मजबूर है। शिकायत पर वनविभाग ने बंदरो को पकड़ा है लेकिन उसके बाद भी बंदरो की संख्या लगातार बढ़ रही है जो चिंता का विषय है। मिस्सरपुर प्रधान पूजा चौहान ने बताया बंदर ग्रामीणों का नुकसान कर रहे हों, पानी की टँकी आदि को
तोड़ना और घर का सामान खराब करना आए दिन की बात हो गई है। विभाग को चाहिए कि बंदरो को पकड़ने के लिए लगातार गांव में पिंजरे लगाए जाए। वही फेरुपुर में विभाग की ओर से लगाए गए पिंजरों में दर्जनों बंदर पकड़ में आए है जिन्हें वनविभाग की टीम
अपने साथ ले गई। इस दौरान पंचायत प्रतिनिधि संजय सरदार, पंकज चौहान, प्रधान प्रतिनिधि आलोक सैनी, मांगेराम सैनी, सूरजभान, बबलू सैनी, अमित कुमार, सचिन कुमार, लाखन सिंह, चरण सिंह, साजिद अली, नजाकत, पूर्व प्रधान सलीम आदि ने जंगली बंदरो स्व निजात दिलाने की मांग की।